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बुधवार, 24 अक्तूबर 2012

तेरे जाने के बाद




















धुंधली से यादो का दास्ता!
वो काँटों से भरा रास्ता !
मेरा घुट घुट कर जीना !
और आंसुओ को पीना !
तेरे जाने के बाद !

हर चेहरे में तेरे चहरे को पाना !
यादो में तेरी खुद को भूल जाना !!
फूलो का बगिया में न मुस्कुराना !!
पंछी का आसमा में न चहचहाना !!
तेरे जाने के बाद !

मेरी साँसों का थम जाना ,
पर यादो का न रुक पाना !
सावन के मौसम में न आना !!
हर आहट में तुझे न पाना !!
मेरे जाने के बाद !

अब तन्हाई भी सवाल करती है !
करोगे कब जुदा बार बार कहती है !
हवांए भी हर वक्त मुझ से दूर रहती हैं !
फिर होगा सन्देश कोई यही कहती हैं !!
तेरे जाने के बाद !

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