कुछ हालात भी देख, कुछ दुश्वारी भी सुन। ऐ ज़िंदगी! कुछ हमारी भी सुन।।
welcome
शनिवार, 15 सितंबर 2012
तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है
तू इस तरह से मेरी जिंदगी में
शामिल है , जहाँ भी जाऊ ये लगता हैं तेरी महफ़िल है ये आसमान ये बादल ये
रास्ते ये हवा हर एक चीज हैं अपनी जगह ठिकाने से कई दिनों से शिकायत नहीं
जमाने से ये जिंदगी हैं सफर तू , सफर की मंजिल है!!!
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